जीवों के नामकरण की द्विनाम पद्धति
जीवों के नामकरण की द्विनाम पद्धति
जीवों के नामकरण की द्विनाम पद्धति in Hindi
- सन् 1753 में कैरोलस लीनियस ने जीवों के नामकरण की द्विनाम पद्धति को प्रचलित किया। इस पद्धति के अनुसार, प्रत्येक जीवधारी का नाम लैटिन भाषा के दो शब्द से मिलकर बनता है।
- पहला शब्द वंश नाम (Generic name) तथा दूसरा शब्द जाति नाम (Species name) कहलाता है। वंश तथा जाति नामों के बाद उस वर्गिकीविद (वैज्ञानिक) का नाम लिखा जाता है, जिसने सबसे पहले उस जाति को खोजा या जिसने इस जाति को सबसे पहले वर्तमान नाम प्रदान किया, जैसेमानव का वैज्ञानिक नाम होमो सैपियन्स लिन (Homo sapiens Linn) है । वास्तव में होमो (Homo) उस वंश का नाम है, जिसकी एक जाति सैपियन्स (Sapiens) है। लिन (Linn) वास्तव में लिनियस (Linnaeus) शब्द का संक्षिप्त रूप है। इसका अर्थ यह है कि सबसे पहले लिनियस ने इस जाति को होमो सैपियन्स नाम से पुकारा है।
कुछ जीवधारियों के वैज्ञानिक नाम
1. HT164 (Man) – Homo sapiens
2. मेढ़क (Frog) – Rana tigrina
3. बिल्ली (Cat) – Felis domestica
4. कुत्ता (Dog) – Canis familiaris
5. गाय (Cow) – Bos indicus
6. Achet (Housefly) – Musca domestica
7. 3714 (Mango) – Mangifera indica
8. धान (Rice) – Oryza sativa
9. गेहूँ (Wheat) – Triticum aestivum
10. मटर (Pea) – Pisum sativum
11. चना (Gram) – Cicer arietinum
12. सरसों (Mustard) – Brassica campestris
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