भारत की प्रमुख पनडुबिया or भारत के प्रमुख नौसेना के जहाज
भारत की प्रमुख पनडुबिया or भारत के प्रमुख नौसेना के जहाज
भारत की प्रमुख पनडुबिया
सिन्धु घोष
- सिन्धु श्रेणी की पंडुबिया भारत में रूस से खरीदी हैं जिनमें, kelo class diesel electric ईंधन प्रयोग में लिया गया हैं। ।
- भारत ने 1986 में सर्वप्रथम सिन्धु घोष पनडुब्बी रूस से प्राप्त की
सिन्धु रक्षक
- रूस से खरीदी हुई (1997) जिसमें kelo class diesel electric ईजन लगा हुआ हैं जिसमें 2013 में आग लंगनी से यह नष्ट हो गये।
सिन्धु रत्न
- भारत ने 1988 में रूस से kelo class submarine खरीदी जिसमें disel electric ईंजन लगा हुआ हैं। इस पनड्नी को। मरम्मत के बाद 2014 में मुम्बई तट पर रखा गया जिसमें फरवरी 2014 को आग लग जाने के कारण तत्कालीन लोससा अध्यक्ष डी.के.जोशी ने इस हादसे की जिम्मेदारी लेतेहरा नैतिकता के नाते अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
INS अरिहन्त
- DRDO तथा रूस के संयुक्त प्रयासों से विकसित पनडुबी जो लगातार दो महीने जल के अन्दर रह कर दुश्मन पर हमला करने में सक्षम हैं।
- इस पनडुबी पर सागरिका/के-15 मिसाइल को तैनात किया गया हैं इस पनडुबी ऊर्जा की आपूर्ति इसमें लगे परमाण रिएक्टर से करती हैं।
- इस प्रकार की क्षमता वाला भारत विश्व का छठा देश हैं। भारत से पहले अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, चीन, एवं फ्रांस के पास यह क्षमता हैं।
- इस पनडुबी का प्रथम परीक्षण 2009 में किया गया जबकि 2014 में इसे नौसेना में शामिल किया गया।
INS चक्र द्वितीय
- यह परमाणु रिएक्टर से संचालित पनडुबी हैं जिसे रूस से प्राप्त किया गया हैं। इस पर सी-ऐरियर एवं मिग 29 (k) को तैनात किया गया हैं।
भारत की प्रमुख पनडुबिया or भारत के प्रमुख नौसेना के जहाज
भारत के प्रमुख नौसेना के जहाज
विक्रमादित्य
- रूस से खरीदा हआ जहाज जिसका निर्माण रूस का लिए किया गया था तथा इसका नाम बाप रखा गया था।
- भारत ने 2004 में रूस से उसे खरीदा एवं 2013 में विक्रमादित्य के नाम से नौसेना में शामिल किया गया ।
- इस जहाज पर 1600 सैनिकों के रहने की व्यवस्था एव 36 यानों के उतारने की व्यवस्था हैं।
INS विक्रान्त
- भारत द्वारा स्वदेशी तकनीक से विकसित जहाज जिसका 2013 में प्रथम परीक्षण किया गया एवं 2018 तक इसे नौसेना में शामिल किये जाने की सम्भावना हैं।
- इसमें लगभग 1600 सैनिकों के रहने की व्यवस्था तथा 30 वायुयानों को रखने की क्षमता है।
- नौसेना में शामिल करने के पश्चात भारत द्वारा इस पर ध्रुव, ‘सा-हारयर एवं मिग 29 (k) को तैनात किये जाने की योजना है।
- नोट- विक्रान्त की दूसरी पीढ़ी से निर्मित होने वाले जहाज को विशाल नाम दिया गया हैं। जिसे 2022 तक नौसेना में शामिल किये जाने की सम्भावना हैं।
INS कदमत
- स्वदेशी तकनीक से निर्मित पनडुबी रोधी जहाज जिसका सफ़ल/परीक्षण के पश्चात् 2015 में राष्ट्र को समर्पित कर दिया गया है। इस निर्माण GRWL (कोलकता) द्वारा किया गया।
INS चैनई
- महागाव डॉक लिमिटेड, मुम्बई द्वारा निर्मित सबसे लम्बा जहाज
- 2016 में इसे भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया गया हैं तथा वर्तमान में इस पर बाराक-8 तथा ब्रह्मोस मिसाइले नाचनात हैं।
FINS कोलकत्ता
- मझगांव डॉक लिमिटेड, मुम्बई द्वारा निर्मित भारत का सबसे बड़ा जहाज जिसमें हैं Gas terbine generator लगा हुआ हैं। जिसे नेरन्द्र मोदी की उपस्थिति में 2014 में नौसेना में शामिल किया गया।
- यह जहाज stealth technologhy से युक्त हैं।
INS कमोर्टा
- स्वदेशी तकनीक से विकसित जहाज जिसको अरूण जेटली की उपस्थिति में 2014 में नौसेना में शामिल किया गया जो stealth technologhy से युक्त हैं एवं इसमें रेवती नामक राडार लगाया गया हैं। यह पनडुबी रोधी पोत / जहाज हैं।
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