राजस्थान की प्राचीन सभ्यताएं ( Part :- 2 )
राजस्थान की प्राचीन सभ्यताएं एंव पुरास्थल Part = 2
7. नोह
सभ्यता का नाम-– नोह
स्थान/जिला-–भरतपुर
विशेष विवरण
- रूपारेल नदी के किनारे स्थित 3000 ई.पू. की लौहयुगीन सभ्यता।
- अचित्रित मृदभाण्ड व कुषाणकालीन ईंट प्राप्त हुई, जिस पर पक्षी का चित्र है।
- कुषाणकालीन व मौर्यकालीन अवशेष प्राप्त हुए हैं।
8. रंगमहल
सभ्यता का नाम—रंगमहल
स्थान/जिला– हनुमानगढ़
विशेष विवरण
- उत्खनन-डॉ. हन्नारिड के निर्देशन में स्वीडिश दल द्वारा (1952-54)
- घग्घर नदी के किनारे स्थित 100 ई.पू. से 300 ई. तक पनपी कुषाणकालीन एवं पूर्व गुप्तकालीन सभ्यता के अवशेष।
- उत्खनन में विशिष्ट मृण्मूर्तियाँ (गाँधार शैली), घण्टाकार, मृदपात्र, पंचमार्क व कनिष्क कालीन मुद्राएँ, टोंटीदार घड़े इत्यादि सामग्री प्राप्त हुई हैं।
9. बैराठ
सभ्यता का नाम--बैराठ
स्थान/जिला– जयपुर
विशेष विवरण
- उत्खनन सर्वप्रथम दयाराम साहनी, पुनः नीलरतन बनर्जी
- बीजक की पहाड़ी, भीमजी की डूंगरी तथा महादेव की डूंगरी की खुदाई से पूर्व मौर्यकालीन व मौर्यकालीन सभ्यताओं के अवशेष मिले।
- सूती कपड़े में बँधी 37 मुद्राएँ मिली हैं जिसमें से आठ पंचमार्क मुद्राएँ तथा शेष इण्डोग्रीक व यूनानी शासकों की मुद्राएँ हैं।
- यहाँ से अशोक कालीन बौद्ध मंदिर व स्तूप तथा बौद्ध मठ के अवशेष मिले हैं।
- यहीं से अशोक का ‘भाब्रू शिलालेख’ प्राप्त हुआ है।
10. सुनारी
सभ्यता का नाम-– सुनारी
स्थान/जिला- खेतड़ी ( झुंझुनू )
विशेष विवरण
- लौहयुगीन सभ्यता जहाँ से लौह अयस्क गलाने की भट्टी, लोहे के अस्त्र-शस्त्र व बर्तन प्राप्त हुए हैं।
- यहाँ के निवासी चावल व माँस खाते थे तथा घोड़ों का प्रयोग रथ खींचने में करते
- अन्य लौहयुगीन सभ्यता (आर्य सभ्यता) स्थल : जोधपुरा (जयपुर), चक चौरासी व तरखानवाला डेरा (गंगानगर), नोह (भरतपुर) विराट नगर (जयपुर)।
11. नगरी ( माध्यमिका )
सभ्यता का नाम-– नगरी ( माध्यमिका )
स्थान/जिला– उणियारा ( टोंक )
विशेष विवरण
- उत्खनन—सर्वप्रथम डॉ. भण्डारकर (1904) तत्पश्चात् (1962 में) केन्द्रीय पुरातत्व विभाग द्वारा किया गया था।
- शिवि जनपद के सिक्के व गुप्तकालीन कला के अवशेष मिले हैं।
12. नगर ( मालव नगर )
सभ्यता का नाम–नगर ( मालव नगर )
स्थान/जिला- उणियारा ( टोंक )
विशेष विवरण
- मालव सिक्के व आहत मुद्राएँ एवं गुप्तकालीन लेख प्राप्त हुए हैं।
13. जोधपुरा
सभ्यता का नाम-– जोधपुरा
स्थान/जिला- जयपुर
विशेष विवरण
- शुंग व कुषाणकालीन सभ्यता के अवशेष तथा लौह उपकरण बनाने की भट्टियाँ मिलीं।
14. तिलवाड़ा
सभ्यता का नाम–तिलवाड़ा
स्थान/जिला– बाड़मेर
विशेष विवरण
- लूनी नदी के किनारे स्थित।
- उत्खनन में 500 ई.पू. से 200 ई. तक की सभ्यताओं के अवशेष।
15. रेढ़
सभ्यता का नाम-– रेढ़
स्थान/जिला- निवाई ( टोंक )
विशेष विवरण
- प्राचीन भारत का टाटा नगर कहलाता है।
- उत्खननकर्ता–के.एन. पुरी
- उत्खनन में लौह का विशाल भण्डार प्राप्त हुआ है।
16. नलियासर
सभ्यता का नाम– नलियासर
स्थान/जिला- सांभर ( जयपुर )
विशेष विवरण
- सांभर झील के किनारे स्थित ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी की सभ्यता।
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