resistance in Hindi
प्रतिरोध (Resistance)
- प्रत्येक चालक पदार्थ अनेक अणुओं से मिलकर बना होता है ये अणु परमाणुओं से मिलकर बने होते हैं परमाणुओं में इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर चक्कर लगाते हैं। बाह्यत्तम कोश के इलेक्ट्रॉन नाभिक से अपेक्षाकृत कम बल से बंधे रहते हैं। अत: ये इलेक्ट्रॉन चालक में मुक्त रूप से अनियमित गति करते हैं। जब ऐसे चालकों को बैटरी से जोड़ा जाता है तो ये मुक्त इलेक्ट्रॉन बैटरी के धनाग्र सिरें की ओर गति करते हैं । जब ये इलेक्ट्रॉन चालक में गति करते हैं तो चालक के अणु परमाणु व अन्य आयन इलेक्ट्रॉन की गति में बाधा उत्पन्न करते हैं । यह बाधा प्रतिरोध है
- “चालकों में आवेशों के प्रवाह में उत्पन्न बाधा को प्रतिरोध कहते है ।
- ” चूंकि प्रतिरोध चालकता के व्युत्क्रमानुपाती होती है अतः यदि किसी चालक का प्रतिरोध कम है तो उसकी चालकता अधिक होगी।
प्रतिरोध की निर्भरता (Dependence of resistance)
प्रतिरोध निम्नलिखित कारको पर निर्भर करता है-
- लम्बाई पर (000 length) एक ही पदार्थ के अलग-अलग लम्बाई के अनेक चालक तार लें जिनकी मोटाई (अनुप्रस्थ काट) एक समान हो इन चालक तारों का प्रतिरोध ज्ञात कर प्रतिरोध व लम्बाई के बीच ग्राफ खींचते है तो ग्राफ एक सीधी रेखा प्राप्त होता है | अर्थात् जैसे-जैसे चालक तार की लम्बाई बढ़ती है प्रतिरोध भी वैसे-वैसे बढ़ता है अर्थात् प्रतिरोध (R) लम्बाई के समानुपाती होता है |
- अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल पर (On cross sectional Area) एक ही पदार्थ व एक ही लम्बाई के अनेक चालक लें जिनके अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल भिन्न-भिन्न हो इन चालक तारों का प्रतिरोध ज्ञात कर प्रतिरोध व अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल के || व्युत्क्रम ( I / A ) के मध्य ग्राफ खींचते हैं तो ग्राफ सीधी रेखा प्राप्त होता है | अर्थात् जैसे-जैसे चालक तार की मोटाई बढ़ती है वैसे-वैसे उसका प्रतिरोध कम होता जायेगा |
विद्युत धारा (Electric current) FAQ –
प्रश्न 1. 5 वोल्ट की बैटरी से यदि किसी चालक में 2 ऐम्पीयर की धारा प्रवाहित की जाती है तो चालक का प्रतिरोध होगा
(अ) 3 ओम
(ब) 2.5 ओम
(स) 10 ओम
(द) 2 ओम
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प्रश्न 2. प्रतिरोधकता निम्न में से किस पर निर्भर करती है?
(अ) चालक की लम्बाई पर
(ब) चालक के अनुप्रस्थ काट पर
(स) चालक के पदार्थ पर
(द) इसमें से किसी पर नहीं
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प्रश्न 3. वोल्ट किसका मात्रक है –
(अ) थारा
(ब) विभवान्तर
(स) आवेश
(द) कार्य
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प्रश्न 4. विभिन्न मान के प्रतिरोधों को समान्तर क्रम में जोड़कर उन्हें विद्युत स्रोत से जोड़ने पर प्रत्येक प्रतिरोध तार में
(अ) धारा और विभवान्तर का मान भिन्न-भिन्न होगा
(ख) धारा और विभवान्तर का भान समान होगा
(ग) धारा भिन्न-भिन्न होगा परन्तु विभवान्तर एक समान होगी
(घ) धारा समान होगी परन्तु विभवान्तर भिन्न-भिन्न होगा
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प्रश्न 5. भारत में प्रत्यावर्ती धारा की आवृत्ति है –
(अ) 45 हर्ट्ज
(ब) 50 ह
(स) 55 हर्ट्ज
(घ) 60 हर्ट्स
उत्तर ⇒ ???????
प्रश्न 1. विद्युत धारा की परिभाषा दीजिये।
उत्तर: किसी चालक में विद्युत आवेग के प्रवाह की दर को विद्युत धारा कहते हैं।
I = Q/t जहाँ I = विद्युत धारा
Q = t सेकण्ड में किसी परिपथ में प्रवाहित होने वाला आवेश।
प्रश्न 2. विद्युत विभव किसे कहते हैं ?
उत्तर: विद्युत क्षेत्र में किसी बिन्दु पर विभव वह कार्य है जो इकाई धन आवेश को अनंत से उस बिन्दु तक लाने में किया जाता है।
प्रश्न 3. 1 ओम प्रतिरोध किसे कहते हैं ?
उत्तर: यदि किसी चालक तार में 1 ऐम्पियर की धारा प्रवाहित करने पर उसके सिरों के मध्य 1 वोल्ट विभवान्तर उत्पन्न होता है तो उस चालक तार का प्रतिरोध 1 ओम होगा।
प्रश्न 4. प्रतिरोधकता की परिभाषा दीजिये।
उत्तर: प्रतिरोधकता – इकाई लम्बाई व इकाई अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल वाले तार का प्रतिरोध ही विशिष्ट प्रतिरोध या प्रतिरोधकता कहलाती है। इसका मात्रक ओम मीटर (Ωm) होता है।
प्रश्न 5. विद्युत शक्ति किसे कहते हैं ?
उत्तर: विद्युत ऊर्जा जिस दर से क्षय अथवा व्यय होती है, उसे विद्युत शक्ति कहते हैं।