Air Transport in Rajasthan ( Rajasthan me vayu privahn )
राजस्थान में वायु परिवहन
- क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़े, कृषि प्रधान एवं खनिजों के अजायबघर प्रदेश राजस्थान में परिवहन के साधनों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। बहुमूल्य खनिज, कृषि उत्पाद आदि को परिवहन सुविधाओं की आवश्यकता होती है। परिवहन के साधनों की सुगमता एवं अधिकता राज्य के आर्थिक विकास में सहायक है। राजस्थान में सड़क परिवहन, रेल एवं वायु परिवहन तीनों सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
राजस्थान में वायु परिवहन
राजस्थान में वायु परिवहन की दृष्टि से निम्न हवाई अड्डे हैं
1. सांगानेर हवाई अड्डा-जयपुर
- राजस्थान का प्रथम व देश का 14वाँ अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा।
2. महाराणा प्रताप हवाई अड्डा-डबोक (उदयपुर)
3. रातानाड़ा हवाई अड्डा-जोधपुर
- एयरफोर्स एयरपोर्ट, जोधपुर
- सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण हवाई अड्डा।
4. नाल हवाई अड्डा-बीकानेर (भूमिगत हवाई अड्डा)
5. कोटा हवाई अड्डा-कोटा
6. जैसलमेर हवाई अड्डा-जैसलमेर
7. बाड़मेर हवाई अड्डा-बाड़मेर
8. सूरतगढ़ हवाई अड्डा-सूरतगढ़।
—राज्य के वर्तमान में 9 हवाई अड्डे हैं। इनमें से चार-जयपुर, जोधपुर, उदयपुर एवं कोटा विमान विकास प्राधिकरण के अधीन व पाँच हवाई अड्डे -जोधपुर, बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर एवं सरतगढ़ भारतीय वायुसेना के अधीन हैं।
—राज्य में कुल 18 हवाई पट्टियाँ हैं जिसमें से दो हवाई पट्टियाँ-कांकरोली व पिलानी हवाई पट्टी क्रमश: जे.के. गुप तथा बिड़ला ग्रुप के अधीन हैं, शेष 16 हवाई पट्टियाँ राज्य सरकार के अधीन हैं जिसे हाल ही में निजी कम्पनियों को प्रशिक्षण के उपयोगार्थ किराये पर सौंपने हेतु निविदाएँ आमंत्रित की।
राजस्थान सिविल एविएशन कार्पोरेशन का गठन
- राज्य सरकार के द्वारा विभाग के पास उपलब्ध हैलीकॉप्टर एवं वायुयान का वाणिज्यिक उपयोग करने हेतु राजस्थान सिविल एविएशन कार्पोरेशन का गठन 20 दिसम्बर 2006 को किया।
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