[हिन्दी] द्रव्यमान केन्द्र & घूर्णन गति MCQ
Centre of Mass & Rotational Motion in Hindi
1. खिलाड़ी (एथलीट ) निम्नलिखित में से किसका लाभ उठाने के लिए लम्बी कूद (Long jump) से पहले दौड़ता है? [SSC 2002]
(a) गति का जड़त्व
(c) बल का आघूर्ण
(b) घर्षण बल
(d) आघूर्ण का सिद्धान्त
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2. जड़त्व आघूर्ण व कोणीय त्वरण का गुणनफल होता है [RRB 2002]
(a) बल
(c) कार्य
(b) बल-आघूर्ण
(d) कोणीय संवेग
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3. बाइसिकल के पहिए में प्रयुक्त ताडिया (Spokes) बढ़ाती है उसका [SSC 2010]
(a) जड़त्व आघूर्ण
(b) वेग
(c) त्वरण
(d) संवेग
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4. निम्न में से कौन-सा कथन सत्य है ?
जब एक एथलीट घूर्णन स्टूल पर बैठे हुए अपने हाथों को बाहर की ओर फैलाता है, तो अचानक इसके हाथ नीचे आ जाते हैं, क्योंकि [MPPCS 2010]
(a) कोणीय वेग घटता है
(b) कोणीय वेग बढ़ता है
(c) जड़त्व आघूर्ण घटता है
(d) जड़त्व आघूर्ण बढ़ता है
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5. कणों का निकाय पर लगने वाला सम्पूर्ण बाह्य बल-आघूर्ण, अंक्षों पर लगभग शून्य होता है।
निम्न में से कौन-सा कथन समतुल्य हैं?
(a) अक्ष के बिन्दु से स्पर्श रेखा की दूरी पर एक बल लगा होता है।
(b) घूर्णन अक्ष पर बल लगा है।
(c) घूर्णन अक्ष पर लम्बवत् बल लगा हो।
(d) कुल बल द्वारा लगा बल-आघूर्ण बराबर तथा विपरीत होता है।
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6. यदि दो अक्षों A तथा B पर लगने वाले जड़त्व आघूर्ण क्रमशः IA व IB हैं तथा अक्ष A वस्तु के A द्रव्यमान केन्द्र से होकर गुजरती है, परन्तु अक्ष B द्रव्यमान केन्द्र से होकर नहीं गुजरती है। नीचे दिए गए कथनों पर विचार कीजिए ।
I. IA < IB
II. यदि IA > IB तब अक्ष समान्तर है।
III. यदि अक्ष समान्तर है, तब IA < IB
IV. यदि अक्ष समान्तर नहीं है, तब IA ≥ IB
निम्न में से कौन-सा विकल्प सही है?
(a) I और III
(b) केवल III
(c) II और III
(d) I और IV
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7. एक ठोस डिस्क और एक ठोस गोला दोनों समान द्रव्यमान और समान त्रिज्या के हैं। इनमें से किस एक का जड़त्व आघूर्ण उसके द्रव्यमान केन्द्र के परितः अधिक है? [NDA 2019]
(a) डिस्क का
(b) गोले का
(c) इन दोनों के जड़त्व आघूर्ण समान हैं
(d) दी गई जानकारी प्रश्न का उत्तर देने के लिए पर्याप्त नहीं है
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8. एक पतली डिस्क और एक पतली वलय दोनों के द्रव्यमान M और त्रिज्या R है। दोनों ही उनकी सतहों के लम्बवत् तथा उनके द्रव्यमान केन्द्रों से गुजरने वाली अक्षों के परितः समान कोणीय वेग से घूमती हैं। निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है ? [NDA 2019]
(a) वलय की गतिज ऊर्जा अधिक है।
(b) डिस्क की गतिज ऊर्जा अधिक है।
(c) वलय और डिस्क दोनों की गतिज ऊर्जाएँ समान हैं।
(d) दोनों ही पिण्डों की गतिज ऊर्जाएँ शून्य हैं, क्योंकि वे रेखीय गति में नहीं हैं।
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9. कथन (A) एक व्यक्ति घूर्णन मंच पर खड़ा होकर अचानक अपनी बाहों को फैलाकर मंच को धीमा कर देता है।
कारण (R) व्यक्ति द्वारा अपने हाथों को फैलाने पर जड़त्व आघूर्ण बढ़ता है तथा कोणीय वेग घटता है।
(a) कथन A और कारण R दोनों सही हैं तथा R, A की सही व्याख्या है।
(b) कथन A और कारण R दोनों सही हैं, परन्तु R, A की सही व्याख्या नहीं करता
(c) कथन A सही है, परन्तु कारण R गलत है।
(d) कथन A गलत है, परन्तु कारण R सही है।
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10. ‘पीसा’ (Pisa) की झुकी हुई मीनार गिर नहीं पाती है, क्योंकि [CDS 2019]
(a) वह शीर्ष भाग में पतली (Tapper) हो गई है
(b) वह बड़े तल क्षेत्रफल को आच्छादित करती है
(c) इसका गुरुत्वाकर्षण केन्द्र निम्नतम स्थिति में रहता है
(d) गुरुत्वाकर्षण केन्द्र से जाने वाली ऊर्ध्वाधर लाइन (रेखा) तल के अन्दर रहती है
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Centre of Mass & Rotational Motion in Hindi
1. त्रिज्या 10m के एक वृत्तीय पथ पर एकसमान चाल = 10ms से गतिशील मोटरगाड़ी की छत से एक सरल लोलक निलंबित है। लोलक के धागे का ऊर्ध्वाधर से झुकाव होगा
( A ) π/6
( B ) π / 4
( C ) π /3
( D ) शून्य
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2. एक कण R त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर घूमता है। परिक्रमण के आधे आवर्तकाल में कण का विस्थापन होगा
( A ) π R
( B ) 2R
( C ) 2 π R
( D ) πR2
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3. जब कोई कण किसी वृत्त के चारों ओर घूमता है तो वह बल, जो इसे एकसमान गति से गतिमान रखता है, कहा जाता है
( A ) अभिकेंद्र बल
( B ) परमाणविक बल
( C ) आंतरिक बल
( D ) गुरुत्वाकर्षी बल
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4. नियत चाल से एक वृत्त में चलती हुई वस्तु
( A ) त्वरित नहीं होती है।
( B ) का एक नियत वेग होता है
( C ) का अंदर की ओर वैज्य त्वरण होता है
( D ) का बाहर की ओर वैज्य त्वरण होता है
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5. एक दृढ़ आधार से निलंबित 1 m लंबे अवितान्य धागे से बँधा 100g का एक शंक्वाकर लोलक ऊर्ध्वाधर अक्ष के परितः √5/ π चक्र प्रति सेकंड (rps) से क्षैतिज तल में वृत्तीय गति से घूमता है। धागे का ऊर्ध्वाधर से झुकाव क्या होगा ? (g= 10 m s-2)
( A ) 30°
( B ) 45°
( C ) 60°
( D ) 75°
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6. जब दूध को मया (churned) जाता है, तो मक्खन इससे अलग होता है जिसका कारण है
( A ) गुरुत्वीय बल
( B ) घर्षण बल
( C ) अभिकेंद्र बल
( D ) संसंजक बल
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7. डोरी के एक छोर में बंधी धातु की एक गेंद d त्रिज्या के ऊर्ध्वाधर वृत्त में घुमायी जाती है। डोरी को मात्र तना हुआ रहने के लिए उच्चतम बिंदु पर गेंद का न्यूनतम वेग
( A ) √5gd
( B ) gd
( C ) √gd
( D ) √2gd
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8. एक 1 m लंबी डोरी का न्यूनतम तोड़क बल 25 N है। इसके मुक्त सिरे से बँधे 1 kg के ब्लॉक को क्षैतिज तल में वृत्तीय पथ पर कितनी अधिकतम चाल से घुमाया जा सकता है?
( A ) 10 ms-1
( B ) 2.5 ms-1
( C ) 5 ms-1
( D ) 7.5ms-1
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9. मोड़ के निकट सड़कों को ढाल बनाया जाता है जिससे कि
( A ) मोटरगाड़ी का भार कम हो जाए
( B ) मोटरगाड़ी भीतर की ओर न गिर जाए
( C ) वृत्तीय गति के लिए आवश्यक अभिकेंद्र बल (centripetal force) उत्पन्न हो
( D ) मोटरगाड़ी के पहियों और सड़क के बीच घर्षण बल कम
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10. एक साइकिलसवार v चाल से चलता हुआ वृत्तीय मोड़ पर, जिसकी त्रिज्या r है, मुड़ता है। ऊर्ध्वाधर से उसके झुकाव के कोण θ के लिए सूत्र होगा
( A ) tan θ = v2/rg
( B ) tan θ = v2g/r
( C ) tan θ = V2rg
( D ) tan θ = v2r/g
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Q. कब्जेदार दरवाजा किसका उदाहरण है ? [SSC 2017]
(a) तृतीय क्रम लीवर
(b) द्वितीय क्रम लीवर
(c) प्रथम क्रम लीवर
(d) कैंटीलीवर
उत्तर ⇒ ???????
द्रव्यमान केन्द्र & घूर्णन गति Question in Hindi
प्रश्न . निकाय क्या है ?
उत्तर– कोई वस्तुओं या कणों (जो एक-दूसरे पर अन्योन्य क्रिया करते हैं) से बने प्रबंध को निकाय कहते हैं । शांत जल में एक नाव पर कोई व्यक्ति के बैठे होने पर व्यक्ति सहित नाव एक निकाय होता है।
प्रश्न . विलगित निकाय क्या हैं ?
उत्तर- यदि किसी निकाय पर कोई बाह्य बल लग रहा होता है तो उसे विलगित निकाय कहते हैं ।
प्रश्न . द्रव्यमान केन्द्र क्या हैं ?
उत्तर- किसी निकाय का द्रव्यमान केन्द्र वह बिंदु होता है, जहाँ पर उसके समस्त द्रव्यमान को केन्द्रित माना जाता है।
प्रश्न . गुरुत्व केन्द्र क्या है ?
उत्तर – किसी वस्तु का गुरुत्व केन्द्र वह बिंदु होता है, जहाँ पर उसके समस्त भार केन्द्रित माना जाता है । मात्र सममिताकार वस्तुओं के द्रव्यमान केन्द्र और गुरुत्व केन्द्र संगामी होते हैं।
प्रश्न . द्वि-कण निकाय क्या है ?
उत्तर- दो कणों के समूह जो एक-दूसरे के समीप होते हैं तथा एक-दूसरे पर प्रभाव डालते है, द्वि-कण निकाय कहलाते हैं ।
प्रश्न . द्रव्यमान केन्द्र की गति के चार उदाहरण दें ।
उत्तर- द्रव्यमान केन्द्र की गति के चार उदाहरण निम्नलिखित हैं- (a) बीच वायु में पटाखे का फटना, (b) ग्रहों की गति, (c) रेडियोसक्रिय नाभिक विघटन तथा (d) क्रिकेट के बल्ले की गति ।
प्रश्न . घूर्णी गति क्या है ?
उत्तर- जब किसी दृढ़ पिंड पर बल या बलयुग्म लगाने से वह स्वयं से गुजरने वाले किसी अक्ष के परितः घूमने लगता है तो उसकी गति को घूर्णी गति कहते हैं। पहिये की गति, धिरनियों की गति, पंखे की पत्तियों की गति, कब्जे के परितः किवाड़ों की गति आदि ।
प्रश्न . बल आघूर्ण क्या है ?
उत्तर- किसी बल द्वारा किसी पिंड को किसी अक्ष के परिततः घुमाने के प्रभाव को उसका बल आघूर्ण कहते हैं।
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द्रव्यमान केन्द्र & घूर्णन गति FAQ –
Q. द्रव्यमान केंद्र का क्या अर्थ है?
- किसी वस्तु का द्रव्यमान केंद्र वह बिंदु है जिस पर वस्तु का समस्त द्रव्यमान आपेक्षित है।
Q. द्रव्यमान सूत्र क्या है?
- सूत्र द्रव्यमान से तात्पर्य किसी पदार्थ में उपस्थित सभी संघटकों के परमाणु द्रव्यामान के कुल योग से होता है।
Q. घूर्णन गति क्या है उदाहरण सहित?
- घूर्णन या घूर्ण गति एक केन्द्रीय रेखा (घूर्णन अक्ष) के परितः किसी वस्तु की वृत्तीय गति है। एक समतल आकृति एक लम्बवत् अक्ष के परितः दक्षिणावर्त या वामावर्त दिशा में घूम सकती है, जो घूर्णन के केन्द्र पर आकृति के अन्दर या बाहर कहीं भी प्रतिच्छेद करती है।
Q. घूर्णी गति का सूत्र क्या है?
- ω = ω 0 + α t (स्थिर α ) , ω = ω 0 + α t (स्थिर α ) , जहां ω 0 ω 0 प्रारंभिक कोणीय वेग है। ध्यान दें कि समीकरण रैखिक संस्करण के समान है, रैखिक चर के कोणीय एनालॉग को छोड़कर।