अभिकेन्द्रीय तथा अपकेंद्रीय बल | आसान भाषा में ! | ExamSector
अभिकेन्द्रीय तथा अपकेंद्रीय बल | आसान भाषा में !

अभिकेन्द्रीय तथा अपकेंद्रीय बल | आसान भाषा में !

centripetal and centrifugal force in hindi

अभिकेन्द्र बल (Centripetal Force)

  • यदि कोई कण किसी वृत्त की परिधि पर घूम रहा है, तो उसके वेग का परिमाण तो नियत रहता है किन्तु दिशा निरन्तर बदलती रहती है, जिसके कारण कण पर एक बाह्य बल कार्य करता है इस बल की दिशा वृत्त के केन्द्र की ओर दिष्ट रहती है। इस बल को अभिकेन्द्र बल (centripetal force) कहते हैं।
  • यदि m द्रव्यमान का कण v वेग से r त्रिज्या के वृत्तीय मार्ग पर चल रहा है, तो कार्यकारी वृत्त के केन्द्र की ओर लगने वाला अभिकेन्द्र बल F = mv2 / r

अपकेन्द्र बल (Centrifugal Force)

  • कुछ परिस्थितियों में ऐसा आभास होता है कि किसी वृत्तीय गति करती वस्तु पर बाहर की ओर एक बल लग रहा है, जबकि वास्तव में वस्तु पर बल लगा नहीं होता है, इस बल को ही अपकेन्द्र बल कहते हैं। यह एक आभासी (छद्म) बल होता है। यह त्रिज्या के साथ तथा वृत्त के केन्द्र से दूर कार्य करता है।

अभिकेन्द्रीय तथा अपकेंद्रीय बल important points :- 

  • सड़क पर मुड़ने के लिए कार को अभिकेन्द्र बल सड़क एवं टायरों के बीच के घर्षण से प्राप्त होता है। यदि सड़क की बाहरी सतह मोड़ पर कुछ ऊँची होती है, जिससे वाहन स्वतः अन्दर की ओर झुक जाते हैं और आवश्यक अभिकेन्द्र बल प्राप्त करते हैं।
  • डोरी से बँधे पिण्ड को वृत्तीय गति करने के लिए अभिकेन्द्र बल डोरी के तनाव से प्राप्त होता है।
  • पहाड़ों पर चक्करदार सड़कें अन्दर की ओर ढलाव वाली बनायी जाती हैं जिससे गाड़ी मोड़ पर स्वयं ही अन्दर की ओर झुक जाती है तथा आवश्यक अभिकेन्द्र बल प्राप्त कर लेती है।
  • क्रीम निकालने की मशीन (Cream separator) यह यंत्र अपकेन्द्र बल पर आधारित है। इसमें जब दूध भरकर मशीन को तेजी से घुमाया जाता है, तो क्रीम के कण घूर्णन अक्ष के निकट एकत्रित हो जाते हैं, जबकि दूध के कण बाहर की ओर चले जाते हैं। अतः बर्तन के केन्द्रीय भाग में लगे निकास द्वार से क्रीम तथा बाहरी भाग से दूध निकाल कर अलग कर लिए जाते हैं। दही में से मक्खन भी इसी सिद्धान्त के निकलता है।
  • अपकेन्द्रित शोषक (Washing machine drier) यह गीले कपड़ों को सुखाने वाला यंत्र है। इसमें गीले कपड़ों को एक बेलनाकार बर्तन, जिसकी दीवार में छिद्र होते हैं, में भरकर इस बर्तन को बेलन की अक्ष के परितः घुमा देते हैं। तब वर्तन पर एक अभिकेन्द्र बल केन्द्र की ओर लगता है तथा इसके अन्दर रखे गीले कपड़ों पर बाहर की ओर आभासी अपकेन्द्र बल का प्रभाव होता है। जिसके कारण कपड़े बेलन की दीवार से सट जाते हैं तथा कपड़ों के अन्दर उपस्थित पानी के कण आभासी बल के प्रभाव के कारण बेलन की दीवार के छिद्रों में से बाहर निकल जाते हैं तथा कपड़े सूख जाते हैं।

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अभिकेन्द्रीय तथा अपकेंद्रीय बल FAQ  :- 

1.न्यूटन का गति का पहला नियम किससे संबंधित है:-
A. संवेग
B. जड़त्व
C.त्वरण
D. भार

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उत्तर ⇒ { B. जड़त्व }

2.न्यूटन का गति का दूसरा नियम किससे संबंधित है:-
A.संवेग
B.त्वरण
C.चाल
D.संवेग परिवर्तन की दर

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उत्तर ⇒ { D. संवेग परिवर्तन की दर }

3.न्यूटन के किस नियम से हमें बल की परिभाषा प्राप्त होती है:-
A.गति का पहला नियम।
B.गति का दूसरा नियम
C.गति का तीसरा नियम
D.इनमे से कोई नहीं

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उत्तर ⇒ { B. गति का दूसरा नियम }

4. F=ma न्यूटन के किस नियम को दर्शाता है:-
A.गति का पहला नियम
B.गति का दूसरा नियम
C.गति का तीसरा नियम
D.इनमें से कोई नहीं

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उत्तर ⇒ { B.गति का दूसरा नियम }

5.क्रिया-प्रतिक्रिया न्यूटन के गति के किस नियम से संबंधित है:-
A.पहला नियम
B.दूसरा नियम
C.तीसरा नियम
D.इनमें से कोई नहीं

उत्तर ⇒ ???????

अभिकेंद्रीय बल और अपकेंद्रीय बल में क्या अंतर है?

  • अपकेंद्र बल वास्तव में एक छद्म बल है (स्यूडो फोर्स) जो होता ही नहीं है। अभिकेंद्र बल वह बल है जो किसी वस्तु को वृत्ताकार मार्ग में घुमाने के लिए आवश्यक होता है।

अभिकेन्द्र बल क्या है इसकी विमा लिखिए?

  • वृत्तीय मार्ग पर गतिमान वस्तु पर मार्ग के केन्द्र की ओर कार्य करने वाले बल को अभिकेन्द्रीय बल कहते हैं। यदि द्रव्यमान m की वस्तु त्रिज्या r के वृत्तीय मार्ग पर वेग v से गतिमान है तो अभिकेन्द्रीय बल F=mv2r
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