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राजस्थान की जलवायु

Climate of Rajasthan ( राजस्थान की जलवायु )

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राजस्थान की जलवायु की महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ

  • किसी स्थान की दीर्घकालीन वायुमण्डलीय दशाओं को जलवायु कहते हैं।
  • राजस्थान 23°3′ से 30°12′ उत्तरी अक्षांशों के मध्य विस्तृत है। इन्हीं अक्षांशों में सऊदी अरब, लाइबेरिया तथा मिस्र का कुछ भाग, उत्तरी सहारा एवं मैक्सिको (उत्तरी अमेरिका) स्थित है। भारत के उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड एवं पश्चिमी बंगाल राज्यों के अधिकांश भाग भी इन्हीं अक्षांशों में स्थित है।
  • राज्य की जलवायु को प्रभावित करने वाले सबसे महत्त्वपूर्ण कारक पवनों की दिशा एवं सौर्यताप की मात्रा है।
  • राज्य का दक्षिणी भाग कच्छ की खाड़ी से लगभग 225 किमी. एवं अरब सागर से 400 किमी. की दूरी पर स्थित है अतः समुद्र की स्थिति राज्य की जलवायु पर कोई विशेष प्रभाव नहीं डालती। यहाँ महाद्वीपीय जलवायु के लक्षण पाए जाते हैं।
  • राज्य के अधिकांश भाग समुद्र तल से 370 मी. से कम ऊँचे हैं, जिससे जलवायु में शुष्कता एवं उष्णता होना स्वाभाविक है।
  • राज्य में अरावली पर्वत श्रृंखला की अवस्थिति दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व होने के कारण यह अरबसागरीय मानसूनी पवनों की दिशा के समानान्तर पड़ती है, फलतः वर्षा की कमी रहती है।
  • कर्क रेखा राज्य के दक्षिणी जिलों डूंगरपुर एवं बाँसवाड़ा से गुजरती है, अतः राज्य का अधिकांश भाग शीतोष्ण कटिबंध (उपोष्ण कटिबंध) में आता है।
  • राज्य की जलवायु को प्रभावित करने वाले अन्य कारक आन्तरिक स्थिति, वनस्पति रहित आवरण, मिट्टियों की प्रकृति एवं चट्टानों की नग्नता है।
  • राज्य में आबू पर्वत (सिरोही) एवं भोराट के पठार (उदयपुर) की  जलवायु सम है, जिससे ये स्थान गर्मियों में भी ठण्डे बने रहते हैं।
  • पश्चिमी राजस्थान (थार का मरुस्थल) की प्रमुख जलवायिक विशेषताएँ—ऊँचा तापक्रम, कठोर सूखे की लम्बी अवधि,उच्च वायुवेग एवं निम्न सापेक्षिक आर्द्रता है।
  • राज्य का पश्चिमी शुष्क प्रदेश देश का सर्वाधिक गर्म प्रदेश माना जाता है। तेलगांना (आन्ध्र), विदर्भ (महाराष्ट्र), कच्छ (गुजरात) एवं रायलसीमा (आंधप्रदेश) देश के अन्य गर्म एवं शुष्क क्षेत्र हैं।
  • प्रदेश की अधिकांश वर्षा ग्रीष्मकालीन मानसून से होती है। शीतकाल में उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में अल्प वर्षा होती है, जिसे मावट/मावत’ (महावट) कहते हैं।
  • राज्य में वर्षा का वार्षिक औसत 50.20 सेमी. है। (स्रोत–राज. की आर्थिक समीक्षा 2009-10, पृ.कृ. 5)
  • राज्य में सर्वाधिक दैनिक तापान्तर पश्चिमी राजस्थान विशेषकर जैसलमेर जिले में 18 डिग्री से. तक पाया जाता है।
  • राज्य में शीतऋतु में औसत तापमान 12° से 17° से.ग्रे., ग्रीष्म ऋतु में 35° से 40° एवं वर्षा ऋतु में 28° से 30° से.ग्रे. तक रहता है।

ऋतुओं का वर्गीकरण

जलवायु के आधार पर राज्य को तीन मुख्य (परम्परागत) ऋतुओं में बाँटा गया है—

  1. ग्रीष्म ऋतु
  2. वर्षा ऋतु
  3. शीत ऋतु

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