व्यवसाय में अनुप्रयोग / व्यवसाय में EDI प्रयोगकर्ता (EDI Use For Business in Hindi) | ExamSector
व्यवसाय में अनुप्रयोग / व्यवसाय में EDI प्रयोगकर्ता (EDI Use For Business in Hindi)

व्यवसाय में अनुप्रयोग / व्यवसाय में EDI प्रयोगकर्ता (EDI Use For Business in Hindi)

EDI Use For Business in Hindi 

  • EDI के किसी भी व्यवसायिक अनुप्रयोग (Business application) को कई तरह से उपयोग किया जा सकता है, क्योंकि EDI के द्वारा दो नेटवर्क के मध्य कई प्रकार के डेटा का स्थानान्तरण (Transfer) आसानी से कर सकते हैं। EDI के द्वारा हर Transportation तथा Trade को और अधिक बेहतर बना सकते हैं, जिसमें किसी भी तरह की जानकारी किसी भी नेटवर्क पर आसानी से भेजी जा सकती है ।
  • EDI को व्यवसायिक अनुप्रयोग (Business application) में कई तरह से उपयोग में लिया जा सकता है । जैसे – EDI के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय Trade, Electronic fund transfer, Health care, Insurance claim processing तथा Manufacturers व Retails आदि अनुप्रयोग (Application) में EDI का उपयोग किया जा सकता है।

 

(1) अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार तथा ई.डी.अई. (International Trade & EDI)

  • EDI International Trade से निकटतम जुड़ा रहता है क्योंकि EDI के द्वारा किसी भी तरह के व्यवसायिक दस्तावेज (Business_document) को आसानी से भेजा जा सकता है।
  • EDI के द्वारा हम किसी भी व्यवसायिक अनुप्रयोग (Business application) में कागजी कार्यों को कम कर सकते हैं, जिससे उस व्यापार पर पृष्ठ कार्य पर लगने वाले मूल्य की बचत होगी | EDI के द्वारा किसी भी Document का Transfer आसानी से किया जाता है। क्योंकि इसमें हम Encryption व Decryption तकनीक का उपयोग करते हैं, जिससे किसी भी तरह का व्यवसायिक document सुरक्षित हो जाता है ।
  • संक्षिप्त में हम कह सकते हैं कि EDI के द्वारा हम किसी भी व्यापार (Trade) की कार्यकुशलता को बढ़ा सकते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार (International trade) में परिवर्तन आसान व जल्द कर सकते हैं। EDI के द्वारा किसी भी Document के स्थानान्तरण के मूल्य को कम कर सकते हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार पर ई. डी. आई. के लाभ ( EDI benefit for international Trade)

1. Reduce transaction expenditure
2. Quicker movement of document
3. Improve Customer Service through EDI Layer
4. Trade efficiency, faster transaction, less costly transaction etc.

(2) वित्तिय ई.डी.आई. (Financial EDI )

  • इसके द्वारा हम किसी भी Electronic transaction मूल्य के Creditor तथा Debtor के अनुसार Link बनाते हैं।
  • Financial EDI के द्वारा हम किसी भी तरह के मूल्य भुगतान (Payment) को आसानी से भेज सकते हैं। क्योंकि इसमें हम EDI तकनीक का प्रयोग I-way के द्वारा किसी भी भुगतान (Payment) को आसानी से भेज सकते हैं ।
  • EDI के Financial field में उपयोग करने से उसका भुगतान (Payment) flow बढ़ जाता है जिसमें कोई भी Credit किसी भी तरह के बैंक में एक विशिष्ट (Particular) दिनांक के अनुसार भुगतान (Payment) जमा कर सकता है।

वित्तिय ई.डी.आई. के प्रकार (Type of Financial EDI)

Financial EDI वित्तिय ई.डी.आई. को हम 2 भागों में विभाजित करते हैं—

  1. Traditional
  2. Business to Business

( 3 ) इलैक्ट्रॉनिक कोष हस्तान्तरण (Electronic Fund Transfer-EFT)

  • EFT में किन्हीं भी दो बैंकों के मध्य Creditor तथा Debtor किसी भी तरह का कोष (Fund) सीधे भेज सकते हैं | EFT के द्वारा Same way में पूर्णतया उसी समय किसी भी तरह का कोष हस्तान्तरण (Fund Transfer) किया जा सकता है।

EFT 2 मौलिक devices प्रदान कराती है-

  1. Fast transmission of information about their financial balance through out of the world
  2. The movement of money interchange is as rapid as speed is debit/credit balance EFT में किसी भी तरह का Credit
  • Transfer किन्हीं भी 2 बैंकों के मध्य सीधे तैयार किया जाता है। EFT में हम कई तरह के कार्यसम्पादन पद्धति (Transaction method) उपयोग में लेते हैं।
  • उदाहरण– Credit card, ATM, I-way आदि ।
  • EFT एक इलेक्ट्रॉनिक कोष (Fund) है, जिसमें हम अपने खाते (Account) के पैसों को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से दूसरे खाते ( Account) में स्थानान्तरित (Transfer) कर सकते हैं।

(4) स्वास्थ्य देखभाल व बीमा ई.डी.आई. (Health Care & Insurance EDI )

  • EDI में Health Care & Insurance के द्वारा किसी भी तरह के Medical Claim में Fund Transfer आसानी से किया जाता है ।
    EDI के द्वारा दावा प्रक्रिया (Claim Processing) को 24 घण्टों में पूरा किया जा सकता है।
  • इलैक्ट्रॉनिक संचारण (Electronic transmission) के द्वारा हम दावा आवेदन (Claim Submis- sion), दावा बिलिंग (Claim billing), भुगतान (Payment) आदि का दावा ( Claim) EDI संचारण (transmission) के द्वारा आसानी से किया जा सकता है । संक्षिप्त रूप में स्वास्थ्य देखभाल (Health Care) तथा बीमा दावा ई.डी.आई. (Insurance Claim EDI) के द्वारा आसानी से Process किये जा सकते हैं तथा किसी भी तरह का कोष हस्तान्तरण (Fund transfer) EDI के द्वारा जल्दी किया जा सकता है।

→ वैध अथवा कानूनी सुरक्षा तथा निजी समस्याओं में ई.डी.आई (EDI in Legal Security & Private Issues)

  • ई-कॉमर्स (E-Commerce) में EDI के उपभोक्ता (Consumer) और अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार साझेदार (International trading partner) के मध्य e-mail के द्वारा Connectivity की जाती है, जो उनके व्यवसायिक अनुप्रयोग (Business application) में उपयोग की जाती है। EDI की वैध, अथवा कानूनी समस्याओं ( Legal issues) के अन्तर्गत हम कई तरह के EDI संदेश, सेवाएं तथा प्रणाल हैं, जिससे वह अन्य व्यवसायिक अनुप्रयोग (Business application) से सम्पर्क (Communicate) कर सकें । वैध अथवा कानूनी समस्याओं (Legal issues) में EDI को 3 भागों में विभाजित किया गया है-

1. यदि कोई Trading partner किसी माध्यम जैसे कि टेलीफोन सम्पर्क (Communicate) करता है तो इस तरह के सम्पर्क (Communication) में वैध अथवा कानूनी समस्याएं (Legal issues) उच्चारित कार्यवाही (Spoken operation) के द्वारा EDI संदेश या सूचना को भेज सकते हैं।
2. Mail box नियमों के द्वारा EDI message trading partner को कई तरह की सेवायें उपलब्ध कराते हैं जिससे कम्पनी की जानकारी को एक ट्रेडिंग पार्टनर से दूसरे ट्रेडिंग पार्टनर को स्थानान्तरित (Transfer) करता है ।
3, वैध समस्याओं (Legal issues) में कई तरह की अन्य सेवायें भी प्रयोग में ली जाती हैं। उदाहरण के लिए टेलीग्राम (Telegram), फैक्स, पेजर आदि इन सेवाओं का उपयोग करके कोई भी उपभोक्ता EDI संदेश को स्थानान्तरित (Transfer) कर सकता है।

  • सुरक्षा समस्या (Security isssue) EDI के द्वारा व्यवसायिक अनुप्रयोग (Business application) को सुरक्षा उपलबध करवाते हैं ।
  • Security and Private issue EDI में एक-दूसरे पर निर्भर रहते हैं। क्योंकि जिस किसी भी व्यवसायिक सूचना (Business information) को हम गोपनीयता (Privacy) उपलब्ध कराते हैं, वह सूचना (Information) सुरक्षा के द्वारा ही सुरक्षित की जा सकती है। जब किसी भी व्यवसायिक अनुप्रयोग (Business application) में सुरक्षा की आवश्यकता होती है तो इस स्थिति में उस व्यवसायिक अनुप्रयोग (Business application) के कई Private issue को स्वतः सुरक्षा प्राप्त हो जाती है।
  • EDI का उपयोग हम मुख्यतः व्यवसायिक अनुप्रयोग (Business application) में करते हैं, जिसमें 40% तकनीकों का उपयोग किया जाता है तथा 60% Business issue का उपयोग किया जाता है। साधारण तौर पर EDI के द्वारा हम किन्हीं भी 2 व्यापार व कम्पनियों के मध्य कार्यसम्पादन (Transaction) करते हैं परन्तु EDI का उपयोग सभी व्यवसायिक अनुप्रयोग (Business application) में इतना प्रचलित नहीं है जितना परम्परागत व्यवसायिक कार्यसम्पादन (Traditional business transaction ) प्रचलित है। EDI का उपयोग बड़ी-बड़ी कम्पनियों में किया जाता है क्योंकि यह तकनीक (Technology) बहुत ही प्रचलित, सुविधापूर्ण होती है । यह तकनीक प्रायः महंगी होती है तथा इसे स्थापित करना बहुत कठिन होती है ।

EDI में बनने वाले Document को सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिये मुख्य फंक्शनों का उपयोग किया जाता है—

(1) Cryptography

  • Cryptography EDI सुरक्षा तकनीक का एक फंक्शन है। जिसका उपयोग संदेश को प्राप्त करने वाला उपभोक्ता ही समझ सकता है। यह एक कोड आधारित ( Based) सेवा हैं । जिसमें व्यापार से संबंधित सूचना को Zip फाईल प्रारूप में परिवर्तित कर करके भेजा जाता है तथा इसे Encrypt तकनीक का उपयोग करके ही प्राप्त (Recive) करने वाला उपभोक्ता’ दोबारा इसे इसके वास्तविक प्रारूप में प्राप्त कर सकता है।

(2) Digital Signature

  • EDI सुरक्षा विधि में डिजिटल हस्ताक्षर (Digital signature) भी एक प्रकार का कम्प्यूटरीकृत (Computerized) चिह्न होता है जिसे e-mail करते समय संदेश के अंत में लगाया जाता है । यह चिह्न अन्तर्राष्ट्रीय स्तर (International standard) पर ISO द्वारा एक ट्रेड मार्क होता है, जिसे बैंक, सरकारी एजेन्सियां उपयोग करती हैं। यदि कोई अधिकृत व्यक्ति (Authorized person) किसी कम्पनी के ISO प्रमाणित ट्रेड मार्क की प्रतिलिपि (Duplicate copy) करता है तब कम्पनी उस व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर सकती है।

( 3 ) Network Security

  • EDI तकनीक से प्रक्रिया में शामिल होने वाले डेटा को इंटरनेट पर सुरक्षा मिलना जरूरी होता जा रहा है, इसी कारण इन्टरनेट का उपयोग करने वाले प्रत्येक उपभोक्ता को कम्पनी से सम्पर्क करने के लिये अपनी ID व Password को सत्यापित (Verify) करवाना होता है, जिससे Cyber crime को रोका जा सके I

(4) Privacy and Authorization

  • डेटा को अनाधिकृत व्यक्ति (Unauthorized person) से सुरक्षित रखने के लिये डेटा को गोपनीयता (Privacy) देना आवश्यक होता है, इसके लिये कम्पनी अच्छे Firewall सिस्टम का उपयोग करती है जिनमें उपयोग होने वाले सॉफ्टवेयर डेटा के कार्यसम्पादन (Transaction) को रिकार्ड करते हैं

Read Also :- 

E Commerce Notes पढ़ने के लिए :– यहाँ क्लिक करे !
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Leave A Comment For Any Doubt And Question :-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *