भारतीय संविधानसभा का इतिहास ( History of the Indian Constituent Assembly )
भारतीय संविधानसभा का इतिहास
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- भारत में सर्वप्रथम 1895 में बालगंगाधर तिलक के द्वारा बम्बई विधान परिषद् में स्वराज्य विधेयक पर बोलते हुए संविधान सभा की मांग की गई।
- दिसम्बर 1918 में कांग्रेस के दिल्ली अधिवेशन में आत्मनिर्णय सिद्धांत की मांग की गई।
- जनवरी 1922 को यंग इंडिया में महात्मा गांधी की राजनैतिक घोषणा – भारत का संविधान स्वयं भारत के लोग बनायेंगे।
- 1928 में मोतीलाल नेहरू की अध्यक्षता में बनी ‘नेहरू रिपोर्ट में | सर्वप्रथम भारत के लिए संविधान बनाने का प्रयास किया गया। 1936 में कांग्रेस के फैजपुर अधिवेशन में अध्यक्ष जवाहर लाल नेहरू द्वारा स्पष्ट रुप से संविधान सभा की मांग की गई।
- 8 अगस्त 1940 को अगस्त प्रस्ताव द्वारा ब्रिटिश सरकार ने संविधान सभा की मांग स्वीकार की।
- मार्च 1942 में क्रिप्स मिशन के द्वारा भी विश्वयुद्ध की समाप्ति के पश्चात् भारत के लिए संविधान सभा बनाने की बात कही गई। मार्च 1946 में केबिनेट मिशन के द्वारा भारत के लिए एक संविधान सभा बनाई गई।
संविधान के निर्माण की प्रक्रिया
- केबिनेट मिशन योजना के द्वारा कुल 389 सदस्यों वाली एक संविधान सभा का गठन किया गया।
- इनमें से 292 सदस्य राज्यों से, 4 सदस्य केन्द्र शासित प्रदेशों सेट और 93 सदस्य रियासतों से चुने गए।
- 10 लाख की आबादी पर 1 सदस्य चुना गया।
- जुलाई, 1946 में संविधान सभा के लिए हुए चुनावों में 296 सीटों। में से कांग्रेस को कुल 208, मुस्लिम लीग को 73 सीटें मिली।
- मुस्लिम लीग और हैदराबाद रियासत के द्वारा संविधान सभा का बहिष्कार किया गया।
- 3 जून, 1947 को संविधान सभा के सदस्यों की संख्या घटकर 324 हो गई और अंत में अक्टूबर 1947 में कुल सदस्य 299 रह गए।
- संविधान सभा में जवाहरलाल नेहरू संयुक्त प्रांत से, मोहम्मद अली जिन्ना पंजाब प्रांत से, भीमराव अम्बेडकर बंगाल से, श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंगाल से निर्वाचित हुवे।
- 9 दिसम्बर, 1946 में दिल्ली के संसद भवन में संविधान सभा की पहली बैठक हुई। जिसमें सच्चिदानंद सिन्हा को अस्थायी अध्यक्ष बनाया गया।
- 11 दिसम्बर 1946 को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद संविधान सभा के स्थायी अध्यक्ष बने।
- .13 दिसम्बर 1946 को पंडित नेहरू के द्वारा उद्देश्य प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। जो कि 22 जनवरी 1947 को स्वीकार किया गया। इसे वर्तमान में संविधान की प्रस्तावना कहते है।
- डॉ. बी.एन. राव को संविधान सभा का वैधानिक सलाहकार बनाया गया।
- संविधान सभा को कुल 22 समितियों में बांटा गया।
- 2 वर्ष, 11 माह और 18 दिन के पश्चात 26 नवम्बर, 1949 को संविधान को स्वीकार (अंगीकार) किया गया।
- 26 जनवरी 1950 को संविधान को लागू (क्रियान्वित ) किया गया।
संविधान सभा में महिला सदस्य
प्रतिनिधि | क्षेत्र |
1.राजकुमारी अमृत कौर | मध्य प्रान्त एवं बरार |
2. श्रीमती अम्मू स्वामीनाथन | मद्रास |
3. श्रीमती दक्षियानी वैलायुदन | मद्रास |
4. श्रीमती जी.दुर्गाबाई | मद्रास |
5. श्रीमती रेणुका रे | पश्चिम बंगाल |
6. कमला चौधरी | संयुक्त प्रान्त |
7. श्रीमती पूर्णिमा बनर्जी | संयुक्त प्रान्त |
8. श्रीमती सुचेता कृपलानी | संयुक्त प्रान्त |
9. हंसा मेहता | बम्बई |
10. मालती चौधरी | उड़ीसा |
11. विजयलक्ष्मी पण्डित | संयुक्त प्रांत |
12. बेगम एजाज रसूल | संयुक्त प्रांत (मुस्लिम लीग) |
13. लीला रे | प. बगाल |
14. ऐनी मस्करीनी | त्रावनकोर एवं कोच्ची संघ |
15. सरोजनी नायडु | बिहार |
- ऐनी मस्करीनी देशी रियासतों से प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र महिला प्रतिनिधि थी।
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