आवेग क्या है परिभाषा बताइए, विमीय सूत्र, SI मात्रक
आवेग क्या है परिभाषा बताइए, विमीय सूत्र, SI मात्रक
impulse in hindi & aaveg kya hai
आवेग (Impulse)
- यदि कोई बल किसी वस्तु पर कम समय तक कार्यरत् रहे, तो बल और समय-अन्तराल के गुणनफल को उस वस्तु का आवेग कहते हैं या किसी वस्तु के संवेग में उत्पन्न परिवर्तन को आवेग कहा जाता है।
आवेग को सूत्र द्वारा इस प्रकार व्यक्त कर सकते हैं
आवेग = संवेग-परिवर्तन = बल x समय – अन्तराल
- यह एक सदिश राशि है। इसका SI मात्रक न्यूटन – सेकण्ड या किग्रा – मी / से होता है ।
आवेग पर आधारित कुछ व्यावहारिक उदाहरण (Some Common Phenomena based on Impulse)
- चीनी मिट्टी के बर्तनों को कागज या घास-फूस के टुकड़ों में पैक (pack) करते हैं, क्योंकि गिरने की स्थिति में, घास-फूस या कागज के कारण आवेग, चीनी मिट्टी के बर्तनों तक पहुँचने में अधिक समय लेता है। जिससे बर्तनों पर लगने वाला बल कम हो जाता है, अतः इनके टूटने की सम्भावना कम हो जाती है।
- रेलगाड़ी के डिब्बों की शंटिंग (shunting) के दौरान गंभीर झटकों से बचाने के लिए प्रतिरोधों (buffers) का उपयोग किया जाता है, क्योंकि प्रतिरोधी की उपस्थिति के कारण समय के प्रभाव (impact) में वृद्धि हो जाती है। जिससे झटकों के दौरान बल कम हो जाता है, अतः नुकसान में कमी हो जाती है।
- एक तीव्र धावक को सुझाव दिया जाता है कि वह रेस खत्म करने के बाद अपनी गति को धीरे-धीरे कम करे जिससे उसके समय में वृद्धि होगी तथा उसके द्वारा लगाया गया बल कम होता जायेगा।
लिफ्ट में व्यक्ति का आभासी भार (Apparent Weight of Body in a Lift)
माना m द्रव्यमान का एक व्यक्ति लिफ्ट में है, तब उसका वास्तविक भार mg होता है। जब यह भार (बल) लिफ्ट पर नीचे की दिशा में कार्य करता है, जिसके फलस्वरूप लिफ्ट प्रतिक्रिया बल (ऊपर की ओर) R लगाती है। अतः सम्पर्क सतह द्वारा व्यक्ति पर लगाई गई प्रतिक्रिया को वस्तु का आभासी भार कहते हैं। किसी लिफ्ट में व्यक्ति के भार में परिवर्तन निम्नलिखित स्थितियों में होता है
- स्थिति 1 – जब लिफ्ट या एलीवेटर (elevator) विराम अवस्था में है, तब व्यक्ति का आभासी भार व्यक्ति के वास्तविक भार के बराबर होता है।
- स्थिति II – जब लिफ्ट एकसमान वेग से ऊपर या नीचे जाती है, तो इस दशा में व्यक्ति का आभासी भार इसके वास्तविक भार के बराबर होता है, अर्थात् व्यक्ति को अपने भार में कोई परिवर्तन प्रतीत नहीं होता है।
- स्थिति III – जब लिफ्ट त्वरण से ऊपर जाती है, तो लिफ्ट में स्थित व्यक्ति का भार बढ़ा हुआ प्रतीत होता है अर्थात् व्यक्ति का आभासी भार इसके (व्यक्ति) के वास्तविक भार से अधिक होता है।
- स्थिति IV – जब लिफ्ट त्वरण से नीचे आती है, तो इस दशा में व्यक्ति का आभासी भार घटा प्रतीत होता है अर्थात् व्यक्ति का आभासी भार व्यक्ति के वास्तविक भार से कम होता है।
- स्थिति V – यदि नीचे आते समय लिफ्ट की डोरी टूट जाए, तो वह मुक्त वस्तु की भाँति नीचे गिरेगी, तब व्यक्ति को आभासी भार शून्य प्रतीत होगा अर्थात् व्यक्ति को भारहीनता का अनुभव होगा। स्थिति VI यदि लिफ्ट के नीचे उतरते समय लिफ्ट का त्वरण गुरुत्वीय त्वरण से अधिक हो, तो लिफ्ट में खड़ा व्यक्ति लिफ्ट के फर्श से उठकर उसकी छत पर जा लगेगा, इसलिए आभासी बल व्यक्ति पर ऊपर की ओर लगेगा, जिससे वह उठकर छत से जा लगेगा।
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आवेग (Impulse) FAQ :-
1.न्यूटन का गति का पहला नियम किससे संबंधित है:-
A. संवेग
B. जड़त्व
C.त्वरण
D. भार
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उत्तर ⇒ { B. जड़त्व }
2.न्यूटन का गति का दूसरा नियम किससे संबंधित है:-
A.संवेग
B.त्वरण
C.चाल
D.संवेग परिवर्तन की दर
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उत्तर ⇒ { D. संवेग परिवर्तन की दर }
3.न्यूटन के किस नियम से हमें बल की परिभाषा प्राप्त होती है:-
A.गति का पहला नियम।
B.गति का दूसरा नियम
C.गति का तीसरा नियम
D.इनमे से कोई नहीं
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उत्तर ⇒ { B. गति का दूसरा नियम }
4. F=ma न्यूटन के किस नियम को दर्शाता है:-
A.गति का पहला नियम
B.गति का दूसरा नियम
C.गति का तीसरा नियम
D.इनमें से कोई नहीं
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उत्तर ⇒ { B.गति का दूसरा नियम }
5.क्रिया-प्रतिक्रिया न्यूटन के गति के किस नियम से संबंधित है:-
A.पहला नियम
B.दूसरा नियम
C.तीसरा नियम
D.इनमें से कोई नहीं
उत्तर ⇒ ???????
आवेग Impulse का मात्रक क्या है?
- आवेग की SI इकाई न्यूटन-सेकेंड या kg-m-s-1 होती है।
आवेग से आप क्या समझते हैं?
- दिखाइये की किसी पिण्ड पर कार्यरत आवेग उस पिण्ड के रेखीय संवेग में परिवर्तन के बराबर होता है।
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