Rise of islam ( इस्लाम का उदय )
इस्लाम का उदय ( Rise of islam )
- इस्लाम अरबी भाषा के दो शब्दों से मिलकर बना है। ये हैं सल्म (शांति) एवं सिल्म (समर्पण)।
- इस्लाम धर्म का उदय अरब देश में हुआ।
- इस्लाम धर्म के उदय के पहले अरब में बहुदेववाद एवं
- मूर्तिपूजा का प्रचलन था।
- इस्लाम धर्म के प्रवर्तक पैगम्बर मुहम्मद साहब थे।
- मूर्तिपूजा का विरोधी है।
- इस्लाम के अनुयायियों को मुसलमान कहा जाता है। इनका पवित्र ग्रंथ कुरान शरीफ है।
मुसलमानों के 5 कर्तव्य 1.कलमा : अल्लाह पर पूर्ण विश्वास प्रकट करना। |
- पैगम्बर मुहम्मद साहब प्रथम मुस्लिम राज्य की स्थापना की और मदीना को केन्द्र बनाकर मुसलमानों पर शासन किया।
- पैगम्बर साहब ने धर्मराज्य अर्थात् खिलाफत की स्थापना की।
- पैगम्बर साहब के बाद खिलाफत (धर्मराज्य) के प्रमुख को खलीफा कहा गया।
पवित्र खलीफा
- पैगम्बर साहब के बाद चार पवित्र खलीफा हुए। ये चारों पैगम्बर साहब के साथी रह चुके थे तथा सर्वसम्मति से इन्हें खलीफा चुना गया अतः ये पवित्र खलीफा कहलाये।
- पवित्र खलीफाओं की राजधानी मदीना थी।
1. अबूबक्र – 632-634 ई.
- ये प्रथम खलीफा थे इन्होंने अल्लाह को केन्द्र में रखकर मुसलमानों पर शासन किया एवं इस्लाम धर्म का प्रचार प्रसार किया।
12. हजरत उमर-634-644 ई.
- इनके समय में विजय अभियान बहुत सफल रहे। इन्होंने ईरान, ईराक, मिस्र, सीरिया आदि क्षेत्रों को जीतकर खिलाफत में सम्मिलित किया।
- इन्हीं के समय में 636 ई. में अरबों का भारत पर पहला आक्रमण हुआ जो असफल रहा।
3. हजरत उस्मान- 644-656 ई.
- इनके समय में 651 ई. में पवित्र धर्मग्रंथ कुरान शरीफ का संकलन हुआ। यह ग्रंथ अरबी भाषा में संकलित है।
4. हजरत अली-656-661ई.
- इनके समय में भी विजय अभियान चलते रहे।
5. उमैय्या वंश 661-749 ई.
- 661 ई. में अली की मृत्यु के बाद मुबैय्या नामक व्यक्ति ने अली के पत्र हसन को हटाकर स्वयं खलीफा बन गया।
- उमैय्या वंश की राजधानी दमिश्क थी।
अब्बासी वंश – 749-1258 ई.
- 749 ई. में अब्बास सफ्फाह ने ईरानियों के सहयोग से उमैय्या वंश का अंत करके अब्बासी वंश की स्थापना की।
- अब्बासी वंश की राजधानी बगदाद थी।
- इस वंश का अंतिम खलीफा मुस्तकीम थे।
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