सौर ऊर्जा | परिभाषा, उपयोग, लाभ और तथ्य | ExamSector
सौर ऊर्जा | परिभाषा, उपयोग, लाभ और तथ्य

सौर ऊर्जा | परिभाषा, उपयोग, लाभ और तथ्य

Solar Energy in Hindi

सौर ऊर्जा (Solar Energy)

  • सूर्य द्वारा उत्सर्जित ऊर्जा अथवा सूर्य से प्राप्त ऊर्जा को सौर ऊर्जा कहते हैं। इससे हमें ऊष्मा और प्रकाश प्राप्त होता है।

सौर ऊर्जा के व्यावहारिक उपयोग निम्न हैं

  • (i) कपड़े सुखाने के लिए।
  • (ii) समुद्री जल से नमक प्राप्त करने के लिए।
  • (iii) फसल की कटाई के बाद खाद्यान्नों में नमी की मात्रा को कम करने के लिए।
  • (iv) फलों, सब्जियों तथा मछली आदि को सुखाने के लिए किया जाता है।

सौर ऊर्जा के लाभ –

  • (i) ये प्रदूषण नहीं फैलाते हैं।
  • (ii) ये गर्म देशों में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होती है।
  • (iii) ये बिना किसी मूल्य के प्राप्त होती है।
  • (iv) इसे प्रयोगात्मक कार्य में प्रयोग कर सकते हैं।

सौर ऊर्जा की सीमाएँ –

  • (i) सौर ऊर्जा सदैव एकसमान रूप से तथा सभी स्थानों पर उपलब्ध नहीं होती ।
  • (ii) सौर ऊर्जा की उपलब्धता दिन-प्रतिदिन बदलती रहती है तथा एक ही स्थान पर पूरे दिन भी बदलती रहती है। इसके अतिरिक्त सौर ऊर्जा पृथ्वी के कुछ स्थानों पर अधिक तथा कुछ स्थानों पर बहुत कम उपलब्ध रहती है।
  • (iii) रात के समय सौर ऊर्जा उपलब्ध नहीं होती।
  • (iv) दिन के समय में आसमान में बादल उपस्थित होने पर भी सौर ऊर्जा उपलब्ध नहीं होती ।

सौर ऊर्जा युक्तियाँ (Solar Energy Devices)

  • विभिन्न प्रकार की वे युक्तियाँ जिनका उपयोग सौर ऊर्जा दहन में किया जाता है, ऐसी युक्तियाँ सौर ऊर्जा युक्तियाँ कहलाती हैं। उदाहरण सोलर हीटर, सोलर संकेद्रक, सोलर कूकर तथा सोलर सेल इत्यादि ।

सौर तापन युक्तियाँ (Solar Heating Devices)

  • वे उपकरण जिनमे सौर ऊर्जा ऊष्मा ऊर्जा के रूप में एकत्रित की जाती है, सौर तापन युक्तियाँ कहते हैं। इनका निर्माण इस प्रकार किया जाता है कि ये सभी स्थितियों में सौर ऊर्जा को एकत्रित कर सके।

इनका उपयोग निम्न प्रकार है

  • (i) काले रंग की सतह श्वेत पृष्ठ की तुलना में काला पृष्ठ अधिक ऊष्मा अवशोषित करता है इसलिए सोलर तापन युक्तियों की कार्य विधि में इसी गुण का उपयोग किया जाता है।
  • (ii) काँच का ढक्कन जब इस सौर तापन युक्ति को कुछ समय के लिए सूर्य के प्रकाश में रखा जाता है तो उसके ऊपर लगा काँच का ढक्कन, सूर्य के प्रकाश में उपस्थित दृश्य तथा अवरक्त किरणों को ही अन्दर प्रवेश करने देता है। सौर तापन युक्ति के अन्दर काले रंग की सतह इन अवरक्त किरणों को अवशोषित करके गर्म हो जाती है। जब काले रंग की सतह गर्म हो जाती है तो वह भी अवरक्त किरणों के रूप में ऊष्मा का उत्सर्जन करने लगती है, परन्तु बक्से में लगा काँच का ढक्कन इन अवरक्त किरणों को बक्से से बाहर नहीं जाने देता। अतः बक्से के अन्दर की ऊष्मा अन्दर ही रह जाती है। इस प्रकार सूर्य की अवरक्त किरणें काँच के ढक्कन में से होकर सौरतापन युक्ति के अन्दर प्रवेश तो कर सकती हैं, परन्तु उसमें से बाहर नहीं निकल सकती हैं।
  • (iii) परावर्तक का उपयोग सौर तापन युक्ति की दक्षता बढ़ाने के लिए उसमें एक परावर्तक तल लगा देते हैं। इसके लिए समतल दर्पण को परावर्तक के रूप में प्रयुक्त करते हैं। इस परावर्तक का उपयोग सौर ऊर्जा संग्रहण के क्षेत्र को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इस कारण अधिक-से-अधिक ऊष्मीय किरणें, सौर तापन युक्ति के अन्दर प्रवेश कर जाती हैं। जिन सौर तापन युक्तियों में अधिक ताप उत्पन्न करना होता है, तब उनमें गोलीय परावर्तक लगाते हैं। इस कार्य के लिए अवतल परावर्तक अथवा परवलयिक परावर्तक प्रयुक्त करते हैं।

सोलर संकेन्द्रक (Solar Concentrators)

  • कुछ उपकरणों का निर्माण इस प्रकार किया जाता है कि वे सूर्य की ऊर्जा को विशाल क्षेत्र से कम क्षेत्र में संक्रेद्रित कर सके। सोलर तापन युक्तियों के अनेक प्रकार सोलर संक्रेदक कहलाते हैं। इसमें मुख्यतः गोलीय परावर्तक का उपयोग किया जाता है।

सोलर शक्ति संयंत्र (Solar Power Plant)

  • इस प्रकार के सोलर संकेन्द्रक का उपयोग विद्युत उत्पादन में किया जाता है। सबसे पहले बॉयलर में सोलर संकेन्द्रक द्वारा सोलर ऊर्जा का परावर्तन ऊष्मा जल के रूप में होता है। तब प्राप्त भाप का उपयोग जनित्र द्वारा टरबाइन को घुमाकर विद्युत उत्पादन में किया जाता है।

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सौर ऊर्जा (Solar Energy) FAQ  :- 

1. 1 kwH कितने जूल के बराबर होते हैं:-
A. 1000 जूल
B. 3.6 ×10⁵ जूल
C. 3.6×10⁶ जूल
D. 3.6× 10³ जूल

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उत्तर ⇒ { C. 3.6 ×10⁶ जूल }

2)1HP(horse power) का मान किसके बराबर होते हैं:-
A. 500वाट
B. 240 वाट
C. 340 वाट
D. 746 वाट

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उत्तर ⇒ { 4. 746 वाट }

3) किसी h मीटर उँचाई पर स्थित वस्तु मे संचित होती है:-
1.स्थितिज उर्जा
2.गतिज उर्जा
3.गुरुत्व उर्जा
4.चुम्बकीय उर्जा

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उत्तर ⇒ { 1. स्थितिज उर्जा }

4) शक्ति का SI मात्रक है:-
1.वाट
2.जूल
3.टेसला
4.ओम

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उत्तर ⇒ { 1. वाट }

5) कार्य का SI मात्रक है:-
1. वाट
2.जूल
3.टेसला
4. ओम

उत्तर ⇒ ???????

Q. सौर ऊर्जा का अर्थ क्या?

  • सूर्य की ऊर्जा को सौर ऊर्जा कहते हैं।

Q. सौर ऊर्जा कितने प्रकार के होते हैं?

  • सोलर सिस्टम तीन प्रकार के होते हैं पहला ऑन ग्रिड दूसरा ऑफ ग्रिड और तीसरा हाइब्रिड सोलर सिस्टम।
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