विमा, विमीय सूत्र, विमीय समीकरण
विमा, विमीय सूत्र, विमीय समीकरण [Dimensions, Dimensional Formula, Dimensional Equation]
vima in physics in hindi
विमा
- भौतिक राशि को मूल मात्रकों M,L,T (Mass, Length, Time) के रूप में प्रकट करने के लिए उन पर लगायी गयी घातों को उस भौतिक राशि की विमा कहते हैं।
विमीय सूत्र की परिभाषा-
“किसी भौतिक व्युत्पन्न राशि का विमीय सूत्र वह व्यंजक होता है जो यह बताता है कि उस व्युत्पन्न राशि में कौन-कौन सी मूल राशियां किस किस प्रकार शामिल हैं।”
important Point of Vima
- किसी भौतिक राशि की विमा व प्रत्येक मूल मात्रक को अंग्रेजी के एक बड़े अक्षर से व्यक्त करते हैं तथा उसे बड़े कोष्ठक में लिखते है।
- भौतिक राशि की विमा उसको व्यक्त करने वाले मात्रकों की पद्धति पर निर्भर नहीं करती है।
- शुद्ध संख्या और शुद्ध अनुपात की कोई विमा नहीं होती है। जैसे-अपवर्तनांक, आपेक्षिक घनत्व,विकृति आदि।
- समान विमाओं को जोड़ा या घटाया जा सकता है लेकिन ऐसा करने पर विमाएँ अपरिवर्तित रहती है।
- किसी भौतिक समीकरण के विमीय रूप से सही होने के लिए उसके समस्त पदों की विमाएँ एक समान होनी चाहिए इसे विमीय समांगता का सिद्धान्त कहते है।
विमीय समीकरणों के सीमाबन्धन
- विमीय समीकरणों में किसी भौतिक राशि के सूत्र में विद्यमान शुद्ध संख्या एवं विमाहीन नियतांकों के बारे में सूचना प्राप्त नहीं की जा सकती है एवं विमीय विश्लेषण विधि से नियतांकों का मान ज्ञात नहीं किया जा सकता है।
- यदि कोई भौतिक राशि तीन से अधिक राशियों पर निर्भर करती हो तो उनके मध्य सम्बन्ध स्थापित नहीं किया जा सकता है क्योंकि तीन मूल राशियों M,L,T से तीन समीकरण ही स्थापित कर सकते हैं।
- इस विधि से उन सूत्रों को व्युत्पन्न नहीं किया जा सकता है जिनमें लघुगणकीय, चरघातांकी तथा त्रिकोणमितीय फलनों का उपयोग होता है तथा ना ही इनकी यथार्थता की जांच कर सकते हैं।
- यह इस प्रकार की कोई जानकारी नहीं देते जिससे राशि के अदिश या सदिश की जानकारी प्राप्त हो।
इने भी जरूर पढ़े –
नोट :- दोस्तों अगर आपको किसी भी प्रश्न का आंसर चाहिए तो अपना प्रश्न कमेंट के माध्यम से हमें भेजें !
Read Also This